Zoho: भारत की स्वदेशी टेक क्रांति, जो Google और Microsoft को दे रहा है टक्कर


अभी तक आपने इंटरनेट दुनिया की बड़ी कंपनियों के नाम सुने होंगे जैसे कि गूगल, माइक्रोसॉफ्ट पर एक नया स्वदेशी भारतीय विकल्प निकलकर आया है जो है ZOHO भले ही हमारे लिए एक नया नाम हो लेकिन यह 29 साल पुरानी कंपनी है ZOHO इस स्पेस में कोई नया प्लेयर नहीं है और यह यूजर्स का डाटा बेचकर पैसे कमाने वाली कंपनी  नहीं है इसलिए ZOHO का हमेशा यह मानना है कि यूजर्स की प्राइवेसी को ध्यान में रखकर उनको प्रोडक्ट्स मुहैया कराता है।


अमेरिका के प्रेसिडेंट डॉलर ट्रंप ने हाल ही दिनों में टैरिफ नीतियों में बड़ा बदलाव किया है जिसके चलते कई लोग स्वदेशी टेक्नोलॉजी पर चर्चा करने लगे हैं और कई प्रतिष्ठित लोग एवं प्राइवेट सेक्टर और राजनीतिक पार्टियों ने भी स्वदेशी कंपनी को अपना ने की सलाह दी है।
इसे स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में अमेरिकी कंपनियों के प्रोडक्ट्स छोड़कर सरकार भी स्वदेशी अपनाने का प्रयास कर रही है या फिर यूं कह सकते हैं कि स्वदेशी उत्पादों पर शिफ्ट हो रही है।


और इसी बीच निकलकर आया ZOHO का नाम आजकल हम लोग इस्तेमाल करते हैं ज्यादातर गूगल के प्रोडक्ट या फिर माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट्स और मीटिंग करनी हो तो जूम मीटिंग, तो इन्हीं सब का विकल्प है ZOHO जो की पूरी पूर्ण तरह से भारतीय है स्वदेशी है।

आईए जानते हैं की ZOHO के क्या-क्या प्रोडक्ट्स आते हैं ZOHO मेल जो कि आप www.mail.zoho.in पर जाकर बना सकते हैं। यहां पर आपको आपका पर्सनल ईमेल और बिजनेस के लिए प्रोफेशनल ईमेल की सुविधा मिलती है। इसमें भी जीमेल की तरह ही फ्री में आप ईमेल बना सकते हैं।


आप में से काफी लोगों ने गूगल ड्राइव तो ईस्तेमाल किया ही होगा, तो इसका सस्ता विकल्प ZOHO वर्क ड्राइव के स्टार प्लान में मिलता है जो मात्र रुपए 170 से शुरू होता है और हमें इसमें 1TB का स्टोरेज मिलता है और अगर आप फ्री यूजर है तो ZOHO आपको 5GB का फ्री स्टोरेज देता है।
आप ZOHO वर्क ड्राइव को उसे करने के लिए www.zoho.com/workdrive/ पर जा सकते हैं।


अगर आप वर्किंग प्रोफेशनल है तो आप में से कई लोगों ने कभी ना कभी जूम मीटिंग का इस्तेमाल तो किया ही होगा, तो ZOHO हमें स्वदेशी अपना ZOHO मीटिंग देता है जिसको आप www.zoho.com/meeting/ पर जाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।


मजे की बात यह है कि zoom meeting में 40 मिनट का फ्री मीटिंग टाइम मिलता है उसके बाद आपको जूम मीटिंग में वापस से लॉगिन करना पड़ता है मगर जो हो मीटिंग में आपको पूरे 1 घंटे का फ्री मीटिंग टाइम मिलता है तो है ना यह कमल का स्वदेशी।


इसी तरह हमें गूगल फॉर्म्स की जगह ZOHO देता है अपना खुद का बनाया हुआ ZOHO फार्म्स, ZOHO कैलेंडर, ZOHO नोटबुक और दुनिया में सबसे ज्यादा ईस्तेमाल किए जाने वाले क्रोम ब्राउज़र के बदले स्वदेशी उला ब्राउज़र।

Meta के व्हाट्सएप से तो हम सभी वाकिफ हैं यहां पर भी ZOHO ने हमारे लिए अपना खुद का स्वदेशी ARATTAI मैसेंजर लॉन्च किया है, जो एकदम व्हाट्सएप के सिमिलर है. इसमें भी आप व्हाट्सएप की तरह ही लॉगिन कर सकते हैं और मैसेजिंग, वीडियो कॉल्स, कॉलिंग फीचर्स और साथ ही साथ मीटिंग्स भी शेड्यूल कर सकते हैं। अभी तक गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से ARATTAI के एक करोड़ से अधिक यूजर्स हो चुके हैं।


ZOHO अपने आप में एक सशक्त प्लेटफार्म है ZOHO के प्लेटफार्म पर 55 से अधिक प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं।


हम आपको बता दें कि ZOHO अपने दुनिया भर में अपने CRM  सॉल्यूशंस के लिए प्रचलित है।


यही नहीं ZOHO ने गूगल क्राउड ड्राइव से पहले अपना ZOHO वर्क ड्राइव लॉन्च कर दिया था।


ZOHO के सीईओ श्रीधर वेम्बू है जो की चेन्नई के पास छोटे से गांव से आते हैं इन्होंने IIT करने के बाद क्वालकॉम कंपनी में वायरलेस इंजीनियर के रूप में काम किया. इसके बाद इन्होंने स्वदेशी कंपनी ZOHO की स्थापना करी।


उन्होंने अपनी कंपनी को 2021 में भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था
जोहो ने अपने सॉल्यूशन ZOHO शो से माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट को रिप्लेस कर चुका है और हाल ही में भारतीय यूनियन IT मिनिस्टर अश्विनी विश्वनाथ ने अपना प्रेजेंटेशन माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट में नहीं बल्कि ZOHO शो पर दिया, जिसको पूरे भारतवर्ष में साराहा गया।


इससे यह भी पता चला कि इंडिया किसी और विदेशी ताकत पर निर्भर नहीं है जबकि इंडिया खुद सशक्त है अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए।


Amitshah.BJP@zohomail.in गृह मंत्री अमित शाह का नया ऑनलाइन पता है। यह विदेशी सॉफ्टवेयर इकोसिस से भारतीय टेक कंपनियों के लिए एक बड़ा कदम है, लेकिन यह अकेला नहीं है। IT मंत्री अश्विनी वैष्णव गूगल वर्कस्पेस के विकल्प के रूप में ZOHO ऑफिस सूट में स्थानांतरित हो गए हैं। औद्योगिक मंत्री पीयूष गोयल और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र व्हाट्सएप के विकल्प के रूप में शामिल हुए हैं।

कुछ अन्य ऐप्स भी हैं ZOHO स्वीट ऑफर करते हैं। ZOHO राइटर माइक्रोसॉफ्ट वर्ड और गूगल डॉक्स का विकल्प है। ZOHO शीट माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल और गूगल शीट्स का विकल्प है। ZOHO शो माइक्रोसॉफ्ट पावरपॉइंट और गूगल स्लाइड्स का विकल्प है। ZOHO मीटिंग ज़ूम और माइक्रोसॉफ्ट टीम्स का विकल्प है। ZOHO सीआरएम, ZOHO बुक्स, ZOHO प्रोजेक्ट्स, और बहुत कुछ।


अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा एच-1बी वीजा पर 100,000 डॉलर के शुल्क की घोषणा के बाद। ZOHO के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने एच1बी वीजा धारकों से भारत वापस आने का अनुरोध किया है और सरकार द्वारा इस पर जोर दिया जा रहा है। भारत आधारित प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र बढ़ती उम्र से प्रभावित होने वाले पेशेवरों को अवशोषित करने में मदद कर सकता है जब हम वीजा शुल्क बढ़ाते हैं।